होलिका पर्व की शुरुआत बसंत पंचमी से क्यों होती है? जानें होलिका दहन का मुहूर्त और होली की तिथि

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होलिका 2026 : होलिका दहन व मुहूर्त और होली की तिथि

होलिका 2026:होलिका रखने से लेकर दहन तक होली उत्सव की पूरी जानकारी…

ज्योतिष के अनुसार इस साल बसंतपंचमी का त्यौहार 23 जनवरी 2026 को बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाएगा यह दिन विशेष तौर पर विद्यार्थियों के लिए अधिक महत्व रखता है इस दिन विद्यार्थी मां सरस्वती की पूजा अर्चना करते हैं।

माँ सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए पीले रंग का वस्त्र धारण कर एवं पीले रंग के पुष्प अर्पित कर विद्यादायनी को प्रसन्न करते हैं इसके साथ ही इस दिन को बसंत ऋतु के शुरूवात के तौर पर मनाया जाता है।

बसंत पंचमी के दिन से होलिका दहन की तैयारी शुरू होती है। यह परंपरा शुभ मानी जाती है और यह होली की तैयारियों से जुड़ी है। इसके मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

बसंत पंचमी के दिन होलिका रखने के कारण

होलिका दहन की तैयारियां बसंत पंचमी के दिन से ही शुरू हो जाती हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। इससे जुड़े कई कारण हैं…

शुभ दिन का महत्व :
बसंत पंचमी को बसंत ऋतु की शुरुआत और अच्छे कामों के लिए अच्छा दिन माना जाता है। इस दिन से होली के लिए लकड़ियां और अन्य सामान इकट्ठा करना सही माना जाता है।
होली की तैयारियों की शुरुआत:
बसंत पंचमी से ही होली का माहौल बनने लगता है। इस दिन होलिका दहन के लिए सामान इकट्ठा करना शुरू हो जाता है।
सामुदायिक भागीदारी:
होलिका दहन के लिए सामान इकट्ठा करना एक सामुदायिक कार्य है। इसकी शुरुआत बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर की जाती है ताकि गांव या मोहल्ले के लोग मिलकर सामान इकट्ठा कर सकें।
पर्याप्त समय मिलना:

होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा को होता है, जो बसंत पंचमी के करीब 40 दिन बाद आता है। इस लंबे समय में लोग आराम से होलिका दहन के लिए लकड़ियां, उपले और अन्य सामान इकट्ठा कर सकते हैं।
गांव और मोहल्ले के लोग एकत्र होकर होलिका दहन स्थल पर लकड़ियां, घास-फूस व अन्य सामग्री रखते हैं, ताकि भारी लकड़ियों को सूखने का पर्याप्त समय भी मिल सके।

परंपरा का पालन:

वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है कि बसंत पंचमी के दिन से होलिका रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है। इस दिन को धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है।

होलिका 2026 की तिथि

इस साल, फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि 2 मार्च, 2026 की शाम 05:55 बजे से शुरू होगी और 3 मार्च, 2026 की शाम 06:07 बजे समाप्त होगी। इसलिए, होलिका दहन 3 मार्च को होगा और होली 4 मार्च, 2026 को मनाई जाएगी।

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त कब है?

ज्योतिषियों के अनुसार, 3 मार्च को शाम 6:22 बजे से लेकर रात 8:50 बजे तक होलिका दहन का शुभ समय है। इस समय पर ही होलिका का दहन होगा।

होली 2026 में कब खेला जायेगा

जैसा कि होलिका दहन 3 मार्च को मनाया जायेगा और 4 मार्च को रंगों के उत्सव को हरसो उल्लास के साथ खेला जायेगा

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