
शनाया कपूर ने आखिरकार बॉलीवुड में अपने करियर की धमाकेदार शुरुआत कर दी है। उनकी डेब्यू फिल्म ‘आँखों की गुस्ताखियाँ’ का ट्रेलर रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस फिल्म में उनके साथ टैलेंटेड एक्टर विक्रांत मैसी नजर आ रहे हैं और दोनों की जोड़ी ने लोगों को इमोशनल कर दिया है।
किरदारों की दिलचस्प दुनिया
इस फिल्म में विक्रांत मैसी एक अंधे संगीतकार ‘जहान’ की भूमिका निभा रहे हैं। शनाया कपूर एक थिएटर आर्टिस्ट ‘सबा शेरगिल’ की भूमिका निभा रही हैं। दोनों के बीच दिखाई गई इमोशनल बॉन्डिंग और केमिस्ट्री काफी अलग और दमदार लगती है।
आँखों की गुस्ताखियाँ फिल्म का मशहूर डायलॉग जिसमें विक्रांत कहते हैं,
“तुम हर समय गांधारी की तरह पट्टी क्यों बांधे रहती हो?
यह डायलॉग कहानी में गहराई जोड़ता है और दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है। शानदार डायलॉग से जीता दिल
शानदार डायलॉग डिलीवरी से जीता दिल
जब शनाया कपूर के डेब्यू की खबर सामने आई थी तो उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया था। लेकिन ट्रेलर सामने आने के बाद दर्शकों की राय बदलती दिख रही है। खास तौर पर दर्शकों ने उनकी डायलॉग डिलीवरी, हाव-भाव और बॉडी लैंग्वेज की खूब तारीफ की है।
फिल्म की पृष्ठभूमि: रस्किन बॉन्ड की कहानी से प्रेरित
फिल्म ‘आँखों की गुस्ताखियाँ’ की कहानी मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड की क्लासिक कहानी ‘द आइज हैव इट’ से प्रेरित है। फिल्म का निर्देशन संतोष सिंह ने किया है और मानसी बागला ने लेखन और निर्माण का जिम्मा संभाला है। यह एक संवेदनशील, रोमांटिक और ड्रामा से भरपूर कहानी है, जो 11 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।
ट्रेलर लॉन्च इवेंट में भावुक हुए संजय कपूर
फिल्म के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में शनाया कपूर के माता-पिता संजय कपूर और महीप कपूर भी मौजूद थे। जब संजय कपूर को बोलने के लिए मंच पर बुलाया गया, तो वे इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखें नम हो गईं।
उन्होंने कहा:
“मैं पिछले 30 सालों से इस इंडस्ट्री में हूं, लेकिन मैं आज जितना नर्वस कभी नहीं हुआ। इससे पहले कि मैं और भावुक हो जाऊं, आप सभी का शुक्रिया!“
यह पल इवेंट का सबसे भावुक और वास्तविक पल बन गया।
शनाया कपूर की मेहनत: थिएटर से सीखी एक्टिंग की बारीकियां
शनाया कपूर ने इस फिल्म ‘आँखों की गुस्ताखियाँ’ के लिए न सिर्फ डायलॉग्स सीखे, बल्कि थिएटर ट्रेनिंग, एक्सप्रेशन और बॉडी लैंग्वेज पर भी खास तौर पर काम किया। उनका किरदार एक थिएटर आर्टिस्ट का है, जिसके लिए उन्होंने वर्कशॉप भी अटेंड कीं।
इस तैयारी का असर ट्रेलर में साफ दिखाई दे रहा है, जिससे यह कहा जा सकता है कि शनाया ने न सिर्फ एक स्टार किड के तौर पर, बल्कि एक मेहनती कलाकार के तौर पर भी डेब्यू किया है।
विक्रांत मैसी: को-स्टार ही नहीं, गुरु भी
शनाया कपूर ने मीडिया को बताया कि विक्रांत मैसी उनके लिए सिर्फ को-स्टार ही नहीं थे, बल्कि उन्होंने उन्हें एक्टिंग की समझ भी दी।
उनके शब्दों में:
“विक्रांत सर बहुत विनम्र हैं। उन्होंने सिखाया कि एक सीन में दोनों कलाकारों की आपसी समझ कितनी जरूरी है।”
यह सीख किसी भी नए कलाकार के लिए एक अमूल्य अनुभव है।
शनाया कपूर का अगला कदम: 'तू या मैं'
‘आँखों की गुस्ताखियाँ’ के बाद शनाया कपूर जल्द ही निर्देशक बेजॉय नांबियार की फिल्म ‘तू या मैं’ में नजर आएंगी। इस फिल्म में उनके साथ अभिनेता आदर्श गौरव नजर आएंगे। फिल्म के 2026 में रिलीज होने की संभावना है।
स्टार किड से स्टार बनने का सफर
लेकिन ट्रेलर को देखकर लगता है कि उन्होंने अपनी एक्टिंग से सभी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश की है।
शनाया कपूर ने रखी है मजबूत नींव
नेटिज़न्स की प्रतिक्रिया: ट्रोल से लेकर तारीफ तक
“अगर शनाया इसी तरह आगे बढ़ती रहीं, तो वह कपूर खानदान का अगला चमकता सितारा बन सकती हैं।”
कुछ लोगों ने तो उनकी तुलना जान्हवी कपूर के शुरुआती काम से भी की है और उन्हें बेहतर बताया है।
फिल्म 'आँखों की गुस्ताखियाँ ': क्यों देखें?
इस फिल्म को देखने के कई कारण हैं:-
- रस्किन बॉन्ड की कहानी से प्रेरित अनोखा कथानक
- विक्रांत मैसी और शनाया कपूर के बीच ताज़ा केमिस्ट्री
- रंगमंच की दुनिया और अंधेपन के पहलू का भावनात्मक चित्रण
- संवाद, दृश्य और संगीत का बेहतरीन संयोजन
‘आँखों की गुस्ताखियाँ’ सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि किसी इंसान को देखने के लिए आंखें नहीं, दिल चाहिए। यह फिल्म हमें यह भी सिखाती है कि दुनिया को देखने के नजरिए बदलते ही इंसान की पूरी जिंदगी बदल सकती है।
रिलीज डेट और अन्य जानकारी
• फिल्म का नाम: आँखों की गुस्ताखियाँ
• निर्देशक: संतोष सिंह
• लेखक/निर्माता: मानसी बागला
• मुख्य कलाकार: शनाया कपूर, विक्रांत मैसी
• कहानी प्रेरणा: रस्किन बॉन्ड की लघु कहानी The Eyes Have It’
• रिलीज़ डेट: 11 जुलाई 2025